Veg farming: किसान ने बनाई बैगन की खेती से नई पहचान, हर सीजन में ले रहे मोटा मुनाफा
Veg farming: किसान ने बनाई बैगन की खेती से नई पहचान, हर सीजन में ले रहे मोटा मुनाफा
लखीमपुर, उत्तर प्रदेश- भारतीय किसानों ने अपनी फसलों से अधिक पैदावार लाने के लिए फसलों को बदलने की रणनीति अपनाई है। इनमें से एक प्रमुख फसल है बैंगन, जो खरीफ और रबी दोनों ही मौसम में उगाई जाती है। इसकी मांग साल भर बनी रहती है, और यह एक नकदी फसल के रूप में उभरकर सामने आई है। लखीमपुर जिले के युवा किसान हरविंदर सिंह ने बैंगन की खेती में सफलता पाई है और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
ऐसे हो रहा मुनाफा
किसान हरविंदर सिंह के अनुसार, बैंगन की खेती के लिए शुष्क और गर्म जलवायु उपयुक्त होती है। पौधे को रोपाई के 40 से 45 दिनों के भीतर फल मिलने लगते हैं। हरविंदर बताते हैं कि बैंगन की खेती से न केवल उन्हें बल्कि उनके क्षेत्र के अन्य किसानों को भी मुनाफा हो रहा है। बैंगन का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है, जैसे बैंगन का भर्ता, आलू बैंगन की सब्जी, फ्राई बैगन, बैंगन की पकौड़ी, और अचार।
हरविंदर सिंह के मुताबिक, उन्होंने इस बार चार बीघा जमीन पर बैंगन की फसल लगाई है। बैंगन की कीमत बाजार में 20 से 40 रुपये प्रति किलो के बीच रहती है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा होता है
बैंगन की खेती का बढ़ता क्रेज
लखीमपुर के बिजुआ ब्लॉक के डुडवा गांव में हरविंदर सिंह के परिवार ने वर्षों से सब्जी की खेती की है। अब हरविंदर उनके साथ पिछले 10 वर्षों से सब्जी की खेती में लगे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। क्षेत्र के अन्य किसानों ने भी बैंगन की खेती को अपनाया है, जिससे यह क्षेत्र बैंगन उत्पादन के लिए मशहूर हो गया है।